![]() |
मुखपृष्ठ |
घर घर दस्तक देते नेताजी झूंठे सारे वादे करते नेताजी चमचों की तो चाँदी हुई अब पिछलग्गू संग भटके नेताजी कभी राम के सहारे लेते वोट भीरू जन को ठगते नेताजी गरीब से बी पी एल छुड़ाकर अमीर का नाम चढाते नेताजी धवल वेश में काले कारनामे अक्सर करते रहते नेताजी सोने की चिड़िया घर लाकर खुशियाँ खूब मनाते नेताजी बड़े बड़े मंचों को सजा कर वोटों को मांगते ये नेताजी