मुखपृष्ठ
1 पीपल घना विशाल हाथ फैले छाँव निराली ! 2 मंद समीर लुढ़कती बाहर कला दिखाती! 3 बिटिया खड़ी राह सूमसाम है हिम्मत लाती! 4 ड़र सताता रात घनी पसरी चारों तरफ! 5 अपना घर चिराग क्यों नहीं है निराश हम!