प्रेम घटा उमड़ी आँसू की बारिश आई
बहुत दिनों के बाद ऐसी बारिश आई ।
ऐसी नई घटना रोज कहाँ होती है
घुटन धूप के बाद ऐसी बारिश आई ।
तिमिर घटा उमड़ी बरसी क्या बारिश कह दूँ
प्रेम भरी आँखें बरसें तो बारिश आई ।
चार पड़ीं बूँदें जल जल और उठी धरती
झूम घडी भर बरसे तो बारिश आई ।
बाद युगों के कोई प्रेमी से मिलता
प्रेम साज पर गाती सी बारिश आई ।